Friday 31 May 2013

जब तुम्हे मेरा ख़त मिला होगा


जब तुम्हे 
मेरा ख़त मिला
 होगा
दिल तुम्हारा भी तो 
धड़का होगा...

गुलाबी लिफाफे  पर 
अपना नाम
देख कर मन में
 मुस्काये तो 
जरुर होंगे ...

 ख़त को धीरे से
 हाथ में ले कर
 आँखों से भी
तो  लगाया होगा ...

 प्यार से महकते हुए
 ख़त के उस कोने को 
धीरे से  अपने लबों
से भी तो छुआ होगा ,
जहाँ मेरा नाम
लिखा था ...

ख़त को 
फिर आहिस्ता  से 
लिफाफे से बाहर
निकाला होगा ...

ऐसे जैसे 
मेरी जुल्फों  
को सहलाया तुमने ..
  मुझे तब 
ऐसा ही अहसास  हुआ 
 तुम मेरे पास ही 
मेरी जुल्फों को सहला
 रहे हो ...

ख़त पर लिखे,
 मुहब्बत से भीगे  लफ्ज़
तितलियाँ बन
  मंडरा रही होगी 
तुम्हारे आस पास 
जब तुमने यह पढ़ा होगा ...

 ख़त पढ़ते -पढ़ते
 तुम और मैं कब करीब
 आ गए  
तुम्हें पता भी 
ना चला होगा ...

( चित्र गूगल से साभार )


23 comments:

  1. sundar..pyar say bharpur rachna...mujhe bhi gudguda gayi...

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  2. बहुत सुंदर रचना है उपासना तुम बहुत अच्छा लिखती हो |

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  4. बहुत ही मीठा अहसास ............खूबसूरत रचना......!!

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  5. पकड़ हाथ में खत,दिल थाम लेना,
    छुप आँसू बहाना फ़िर रोना सिसकना
    बारहां खोलना बंद करना खतों को,
    बताओ कहीं ये मोहब्बत तो नहीं है(Aziz Jaunpuri-unpublishe)
    बहुत ही खूबसूरत रचना

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  6. बहुत खुबसूरत सा अहसास....उपासनाजी मेरी नई पोस्ट में आप का स्वागत है..

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  7. कितने कोमल अहसासों को अपनी इस रचना में पिरो दिया है उपासना जी ! हर शब्द मन को पिघला रहा है ! बहुत ही सुंदर रचना !

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  8. प्यार का अफसाना बहुत ही खूबसूरती से बयां किया | लाजवाब | आभार

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  9. बहुत बढ़िया सुंदर प्रस्तुति !!

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  10. बहुत खूब ,खतों को पढना ,बंद करना ,फिर खोलना ..........फिर कभी आंसूं बहाना,खिलखिलाना ,फिर कल्पनाओं की दुनिया में खो जाना ....क्या बात है

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  11. अच्छी रचना.

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  12. बेशक अब वो दिन नहीं हैं, किन्तु आपकी लेखनी मे वो ताकत अवश्य है जो धकेल के ले जाती है उन दिनों मे जब होता था कुछ ऐसा ही, ऐसे ही एहसास के साथ .......

    सुंदर कल्पना की सुंदर अभिव्यक्ति !......

    शुभकामनायें

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  13. ख़त पढ़ते पढ़ते तुम और मैं कब करीब आ गए तुम्हे पता भी न चला होगा

    बेहतरीन बेहतरीन बेहतरीन

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  14. खूबसूरत कल्पना... बधाई.

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  15. वाह
    प्रेम का क्या गजब का अहसास कराया है
    बहुत सुंदर प्रेम की कविता
    बहुत बहुत बधाई


    आग्रह है पढें
    तपती गरमी जेठ मास में---
    http://jyoti-khare.blogspot.in

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  16. अच्छी रचना
    बहुत सुंदर
    क्या बात


    नोट : आमतौर पर मैं अपने लेख पढ़ने के लिए आग्रह नहीं करता हूं, लेकिन आज इसलिए कर रहा हूं, ये बात आपको जाननी चाहिए। मेरे दूसरे ब्लाग TV स्टेशन पर देखिए । धोनी पर क्यों खामोश है मीडिया !
    लिंक: http://tvstationlive.blogspot.in/2013/06/blog-post.html?showComment=1370150129478#c4868065043474768765

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  17. komal bhavon ki sundar abhivyakti

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  18. बहुत प्यारी भावपूर्ण रचना...

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  19. BAHUT -BAHUT -BAHUT PYAAREE RACHNAA---LOVE U

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