माँ तुम हमेशा
याद आती हो
जब कि मैं जानती हूँ ,
तुम मुझसे
दूर नहीं हो मेरे आस पास ही
तो रहती हो …
जब आईना देखती हूँ ,
आईने में तुम
मेरी चोटियाँ गूंथती नज़र
आती हो ,
जब खाने बैठती हूँ माँ ,
तुम अपने
हाथों से खिलाती दिखाई देती हो …
जब कभी तवे पर
रोटी की जगह
उंगलियाँ सेक लेती हूँ ,
तो माँ तुम
झट से हाथ अपने हाथों में लेकर
फूंक मारती नज़र आती हो
और ये फूंक हाथों ही नहीं मेरे
दिल को भी मरहम लगा जाती है …
और माँ ,
जब उदास होती हूँ तो,
मुट्ठी में धीरे से मुस्कान थमा जाती हो,
पर माँ आज मुझे तुम्हारी बहुत याद
आ रही है ,
और मुझे पता है तुम ,
मेरे आस पास ही रहती हो ...
याद आती हो
जब कि मैं जानती हूँ ,
तुम मुझसे
दूर नहीं हो मेरे आस पास ही
तो रहती हो …
जब आईना देखती हूँ ,
आईने में तुम
मेरी चोटियाँ गूंथती नज़र
आती हो ,
जब खाने बैठती हूँ माँ ,
तुम अपने
हाथों से खिलाती दिखाई देती हो …
जब कभी तवे पर
रोटी की जगह
उंगलियाँ सेक लेती हूँ ,
तो माँ तुम
झट से हाथ अपने हाथों में लेकर
फूंक मारती नज़र आती हो
और ये फूंक हाथों ही नहीं मेरे
दिल को भी मरहम लगा जाती है …
और माँ ,
जब उदास होती हूँ तो,
मुट्ठी में धीरे से मुस्कान थमा जाती हो,
पर माँ आज मुझे तुम्हारी बहुत याद
आ रही है ,
और मुझे पता है तुम ,
मेरे आस पास ही रहती हो ...
माँ को सादर नमन-
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति-
आभार आदरणीया-
नवरात्रि / विजय दशमी की शुभकामनायें-
(१५ दिन की छुट्टी पर हूँ-सादर )
बहुत सुन्दर .
ReplyDeleteनई पोस्ट : मंदारं शिखरं दृष्ट्वा
नवरात्रि की शुभकामनाएँ .
माँ तो माँ होती है ..सादर नमन
ReplyDeleteमाँ की याद में बहुत ही भावभीनी रचना...
ReplyDeleteमर्मस्पर्शी ......
ReplyDelete" मातृदेवो भव ।"
ReplyDeleteMaawa thandiyaan chaawan
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteमाँ तुम बहुत याद आती हो ...........
ReplyDeleteमाँ को सादर प्रणाम
दिलसे निकले शब्द दिल को छू गया |
ReplyDeleteलेटेस्ट पोस्ट नव दुर्गा
माँ की याद में भावनात्मक सुंदर रचना...
ReplyDeleteनवरात्रि की शुभकामनाएँ ...!
RECENT POST : अपनी राम कहानी में.
यादों से सजी सुंदर रचना |
ReplyDeleteमेरी नई रचना :- मेरी चाहत
मां की याद ...मन भिगो देती है
ReplyDeletesundar ..maa ..maa hoti
ReplyDeleteमाँ की याद में यादों से सजी सुंदर रचना |
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