Monday, 22 December 2014

हायकू ..( पन्ने )

यादों से घिरे
पन्ने फड़फड़ाये
मन उदास


कोरे  कागज़
पर लिखी किस्मत
बांच ना पाऊँ


पृष्ठ पलटे
पुरानी डायरी के
मन मुस्काये



8 comments:

  1. पन्ने फड़फड़ाये तो मन उदास ?
    पन्ने पलटें तो मन मुस्काए ! ...

    बहुत सुंदर प्रस्तुति !

    क्यों न फिर ....
    पलटें पन्नों को सिर्फ !

    शुभकामनायें .....

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  2. बहुत सुन्दर हायकू.

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  3. सुन्दर रचना.

    नूतन वर्ष की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं

    अनिल साहू

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  4. कोरे कागज़
    पर लिखी किस्मत
    बांच ना पाऊँ
    बहुत सुन्दर हायकू.

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