होले -होले रंग
रच ही गया
पिया तेरे प्रेम का
कौनसे रंग से
खेलूं मैं अब
तुझ संग इस होली
मैं तो तेरी
बरसों पहले ही
" हो ली "
~ उपासना ~
रच ही गया
पिया तेरे प्रेम का
कौनसे रंग से
खेलूं मैं अब
तुझ संग इस होली
मैं तो तेरी
बरसों पहले ही
" हो ली "
~ उपासना ~
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDelete--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज सोमवार (17-03-2014) को होली आई रे पर भी है!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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रंगों के पर्व होली की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
आपको भी सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद जी
Deleteबहुत सुंदर आदरणीय , होली की शुभकामनाओं सहित , धन्यवाद
ReplyDeleteनया प्रकाशन -: होली गीत - { रंगों का महत्व }
हार्दिक धन्यवाद जी
Deleteबहुत सुंदर प्रस्तुति...!
ReplyDeleteसपरिवार रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाए ....
RECENT पोस्ट - रंग रंगीली होली आई.
हार्दिक धन्यवाद जी
Deleteहोली में सब प्रेम के ही हो लेते हैं ... सुन्दर भाव ..
ReplyDeleteआपको और परिवार में सभी को होली कि हार्दिक बधाई ...
हार्दिक धन्यवाद जी
Deleteबहुत सुंदर रचना .... होली की शुभकामनाएं...
ReplyDeleteवाह ... बेहतरीन
ReplyDeleteहोली की अनंत शुभकामनाएं
बहुत सुन्दर...होली की आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं!
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद जी .
Deleteइस सुंदर प्रस्तुति और होली की हार्दिक शुभकामनाएँ .....
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद जी :-)
Deleteहार्दिक धन्यवाद जी
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