कभी -कभी
लगता है मुझे
नहीं है कोई भी मेरा
इस जहान में ...
है मेरे चहुँ ओर
बहुत सारे लोग ,
ऐसा लगता है मुझे
फिर भी हूँ अकेली ...
अकेली हूँ फिर भी
अकेली कब होती हूँ
एक शोर सा ,
कोलाहल सा
मेरे मन के सन्नाटे को
रहता है चीरता सा ,
झन्झोड़ता सा ...
इस कोलाहल में भी
एक सन्नाटा सा छा जाता है
जब सुनती हूँ
एक खामोश सी पुकार ...
वह पुकार मुझे
फिर से कर देती है
चुप और खामोश ....
लगता है मुझे
नहीं है कोई भी मेरा
इस जहान में ...
है मेरे चहुँ ओर
बहुत सारे लोग ,
ऐसा लगता है मुझे
फिर भी हूँ अकेली ...
अकेली हूँ फिर भी
अकेली कब होती हूँ
एक शोर सा ,
कोलाहल सा
मेरे मन के सन्नाटे को
रहता है चीरता सा ,
झन्झोड़ता सा ...
इस कोलाहल में भी
एक सन्नाटा सा छा जाता है
जब सुनती हूँ
एक खामोश सी पुकार ...
वह पुकार मुझे
फिर से कर देती है
चुप और खामोश ....
हर कोई भीड़ में भी अकेला है फिर भी अकेला नहीं पाता--यह जिंदगी का एक विरोधाभास है
ReplyDeletelataest post नई रौशनी !
नई पोस्ट साधू या शैतान
गहन भाव लिये ... सच्ची अभिव्यक्ति
ReplyDeleteबहुत सुन्दर द्वंद ख़ुद से ख़ुद का
ReplyDeleteसार्थक लेखनी , बधाई
गहरी अभिव्यक्ति
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति आदरणीया-
ReplyDeleteशुभकामनायें-
बहुत सुंदर ,गहरी अभिव्यक्ति.
ReplyDeleteबहुत सुंदर भाव युक्त सुंदर रचना !
ReplyDeleteनई रचना : सुधि नहि आवत.( विरह गीत )
भावपूर्ण रचना....
ReplyDeleteवाह बहुत ही सुन्दर भाव
ReplyDelete--------------------------------
एक शोर सा कोलाहल सा
उम्दा भावों से भरी रचना ।
ReplyDeleteमेरी नई रचना :- जख्मों का हिसाब (दर्द भरी हास्य कविता)
बहुत सुंदर ........
ReplyDeleteमानसिक द्वंद्व को प्रस्तुत करती सुन्दर कविता
ReplyDeleteआपकी इस उत्कृष्ट रचना की चर्चा कल रविवार, दिनांक 29 सितम्बर 2013, को ब्लॉग प्रसारण पर भी लिंक की गई है , कृपया पधारें , औरों को भी पढ़ें और सराहें,
साभार सूचनार्थ
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर और सार्थक प्रस्तुती,धन्यबाद।
ReplyDeleteumda
ReplyDeleteIs akelepan men yadon ka ek anokha shor hota hai.
ReplyDeletesunder prastuti.
Is akelepan men yadon ka ek anokha shor hota hai.
ReplyDeletesunder prastuti.
सुन्दर!
ReplyDeleteआपको यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी यह रचना आज सोमवारीय चर्चा(http://hindibloggerscaupala.blogspot.in/) में शामिल की गयी है, आभार।
ReplyDelete