मन के कैनवास की
तस्वीर के रंग
धुंधले हुए जाते हैं !
वो सभी रंग,
जो तुमने सजाए थे
तस्वीर बनाने में.....
कुछ खो गए,
कुछ धूमिल हो गए हैं
और
कुछ गुम हो गए हैं
तुम्हारी तरह ही
जो रंग दिए थे तुमने
संभाले रखने को....
मुझे याद है
कुछ रंग रह गया था
हथेलियों पर तुम्हारे भी...
तस्वीर अब
अगर बनेगी तो तुम्हारे ही रंगों से,
भेज दो उसी में से
थोड़ा रंग
अगर सहेज रखा हो तो ...
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 04-08-2016 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2424 में दिया जाएगा
ReplyDeleteधन्यवाद
बहुत शुक्रिया ..
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