हम सारी जिन्दगी
जीते रहे हर पल
मर - मर के ..........
और
,
औरों को नसीहतें
देते रहे
ये जिन्दगी ना मिलेगी
दुबारा ..............
जीते रहे हर पल
मर - मर के ..........
और
,
औरों को नसीहतें
देते रहे
ये जिन्दगी ना मिलेगी
दुबारा ..............
गहन बात
ReplyDeleteक्या बात.... बहुत खूब...
ReplyDeleteसादर।
क्या बात कही आपने,बहुत सुंदर प्रस्तुति,,,,,
ReplyDeleteRECENT POST ,,,,, काव्यान्जलि ,,,,, ऐ हवा महक ले आ,,,,,
कथनी और करनी का अंतर बहुत गहन बात सुन्दर रचना
ReplyDeleteवाह क्या बात है
ReplyDelete(अरुन =arunsblog.in)
बहुत बढ़िया गहन बात कही है...
ReplyDeletebahut sunder
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