उनको ये शिकायत है
उनको यह शिकायत है कि
हम कुछ नहीं कहते ....
लेकिन जब हम कुछ कहते है
तो कहते के ये क्यूँ कहते हो ,
चुप हो जाने पर कहते है कि
चुप क्यूँ रहते हो ...
उनको हमारी हर बात पर ही
शिकायत है कि
हम क्या कहते है
या क्यूँ नहीं कहते कुछ .....
और हमें उनकी इस शिकायत
करने की आदत से ही
शिकायत है ...
खूबसूरती से लिखे एहसास
ReplyDeleteSunder sach
ReplyDeleteखुबशुरत अहसास,,, बहुत सुंदर रचना,.,,,,
ReplyDeleteMY RECENT POST,,,,फुहार....: बदनसीबी,.....
बहुत खूब उपासना जी
ReplyDeleteबहुत खूब
ReplyDeleteBahut khoob sunder ahsaas...
ReplyDeleteऔर हमें उनकी इस शिकायत
करने की आदत से ही
शिकायत है ......
हमें उनकी इस शिकायत
ReplyDeleteकरने की आदत से ही
शिकायत है ...
Bahut khoob Upasna ji
बहुत ख़ूबसूरत शिकायत
ReplyDeleteबहुत ख़ूबसूरत अहसास.
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