एक पत्ता
जो गिरा है
अभी शाख से
जो गिरा है
अभी शाख से
बेशक
पीला और जर्जर था.
पीला और जर्जर था.
फिर भी
उसका निशान बाकी है
शाख पर
अभी भी।
अभी भी।
निशान तो
नहीं मिटते न,
किसी के चले जाने पर।
नहीं मिटते न,
किसी के चले जाने पर।
जख्म तो
दिलों पर
हरे रहते ही हैं
कभी-कभी
या
सदा के लिए।
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