सावन ,
अब के बरस तू मत आना ,
अब के बरस तू मत आना ,
तुम तो आ जाते हो
पर वो नहीं आता ...
पर वो नहीं आता ...
तुम्हारी उन घनघोर घटाओं से भी
कहना ,
अब के बरस वो भी ना छाये ,
तुम्हारे आने पर मुझे उसकी याद
आती है ...
घटाओं से बरसती बूंदे
और
और
उनकी छम-छम की आवाज़
मुझे उसकी बहुत याद
दिलाती है ...
दिलाती है ...
खिड़की से हाथ बढ़ा कर
बूंदों को हथेलियों में
मोती की तरह सहेजने
की कोशिश करती हूँ ,
की कोशिश करती हूँ ,
दो बूंदे आँखों से लुढक कर ,
उन बूंदों में मिल जाती है ...
मगर वो फिर भी नहीं आता
बस याद ही आती है ,
बस याद ही आती है ,
दूर कहीं झूले लगे देखती हूँ ,
कुछ खिलखिलाहटें
कुछ खिलखिलाहटें
वो फिर से बहुत याद आता है ...
कुछ कागज़ की कश्तियाँ
पानी में तैरती
पानी में तैरती
दिख जाती है तो वो ,
मुझे बहुत याद आता है ...
मुझे बहुत याद आता है ...
तो अब की बार
सावन,
अगर तुम आओ तो मेरे बचपन
अगर तुम आओ तो मेरे बचपन
को भी लाना ,
नहीं तो मत आना ...
तुम्हारे आने पर मुझे उसकी
भी बहुत याद आती है
नहीं तो अपनी घटाओं को भी
रोक लेना ...
बहुत अच्छी रचना-वो कागज की कश्ती वो बारिश का पानी........
ReplyDeletebahut bahut shukriya reeta ji
Deletebahut sundar bhavavyakti
ReplyDeletebahut bahut shukriya vandna ji
Deleteएक ही रफ्तार से
ReplyDeleteहोती रही बारिश...
तमाम रात
सूरते महताब न दिखी...
फिर उदास गुजरी होगी
चकोर की रात...
bahut bahut sukriya sanjay ji
Deleteबहुत ही सुन्दर
ReplyDeleteभावभीनी रचना...
:-)
bahut bahut shukriya reena ji
DeleteBahut sunder rachna ....सावन, अगर तुम आओ तो मेरे बचपन
ReplyDeleteको भी लाना ,
नहीं तो मत आना ,
bahut bahut shukriya manjul ji
Deleteसावन, अगर तुम आओ तो मेरे बचपन
ReplyDeleteको भी लाना ,
नहीं तो मत आना ,
तुम्हारे आने पर मुझे उसकी
भी बहुत याद आती है ....
नहीं तो अपनी घटाओं को भी
रोक लेना ........
बहुत सुंदर प्रस्तुति,,,बेहतरीन रचना,,,,,
bahut bahut shukriya deerendr ji
Deleteसुंदर रचना
ReplyDeletebahut bahut shukriya sangeeta ji
Deleteकमरे की खिड़की से हाथ बढ़ा कर
ReplyDeleteबूंदों को हथेलियों में
मोती की तरह सहेजने की कोशिश करती हूँ
तो दो बूंदे आँखों से लुढक कर ,
उन बूंदों में मिल जाती है .......
....बहुत संवेदनशील सुन्दर अभिव्यक्ति...
ओह ! ' बचपन '
ReplyDeletenice one...
ReplyDeleteकाश बीता बचपन लौट कर आ सकता ...एक बार उसे और जीने की तमन्ना हैं
ReplyDeletebehtreen ................
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