Pages

Tuesday, 1 January 2013

एक आस

कई साल
न जाने कितने साल ,
ना कोई ख़त आया तुम्हारा
ना उम्मीद ही टूटी मेरी ...

हवा सी एक लहराई
पुर्जा उड़ मेरे हाथ आया
तुम्हारा लिखा ख़त
यह तुम्हारा ही ख़त है जो
मेरे हाथ आया ......

एक आस , एक उम्मीद
मुझसे मिलने की
लिख डाली तुमने
नए साल में शायद एक बार
तो मिल जाओगी
जान कर ना सही
अचानक ही ...

तुम्हारी लेखनी क्या है
जैसे सामने ही बैठे बतिया रहे हो
कह रहे हो
जब सामने आऊँ तो नजर न
चुराना
नज़रों से नज़रे मिला कर
मुस्कुरा देना .....

मैं सोचती
पुर्जे को लबों से छुआ कर
नज़रों के सामने तुम होंगे तो
मुस्कुरा कहाँ पाऊँगी
ये नयन तो भर ही जायेंगे
तुम्हे सामने पा कर ....

हवा फिर लहराई
पुर्जा भी थोडा लहराया
देख ,नयन फिर भर आये
उस पर कुछ भी ना था
कोरा था मेरी आस
मेरी उम्मीद की तरह .........




24 comments:

  1. आपकी यह बेहतरीन रचना शनिवार 05/01/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत -बहुत आभार यशोदा जी ......

      Delete
  2. नव वर्ष की शुभ कामनाओ के साथ कहना चाहूँगा की आपकी लेखनी गज़ब है..... क्या खूब बयां किए हैं 'उसको याद दिलाते ... उसके ही....' ये भाव इन शब्दों मे .....

    "नए साल मे एक बार तो शायद मिल ही जाओगी
    जान कर न सही अचानक ही....... "

    बहुत खूब .....

    नव वर्ष की ढेरों शुभ कामनाओ और हमेशा आपके सुख व सफलता कि कामना के साथ ....

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत -बहुत आभार आपका तारीफ के लिए .....एक बार फिर से नव -वर्ष की हार्दिक शुभकानाए

      Delete
  3. बेहतरीन भावों से सजी पोस्ट।

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत -बहुत शुक्रिया इमरान अंसारी जी ....आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

      Delete
  4. बहुत ही भावुक रचना उपासना सखी

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत -बहुत शुक्रिया सखी रमा ....आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

      Delete
  5. बहुत सुन्दर.. भावुक करती सुन्दर रचना..नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें!

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत -बहुत शुक्रिया महेश्वरी जी ....आपको भी नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

      Delete
  6. बहुत सुन्दर रचना ... नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ उपासना जी !!

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत -बहुत शुक्रिया शोभा जी ....आपको भी नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

      Delete
  7. Replies
    1. बहुत -बहुत शुक्रिया नीलिमा जी

      Delete
  8. बहुत खूब सुन्दर रचना ... नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ उपासना जी !!

    recent post: किस्मत हिन्दुस्तान की,

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत -बहुत शुक्रिया धीरेन्द्र जी , आपको भी नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाए ...

      Delete
  9. Replies
    1. बहुत -बहुत शुक्रिया शांति जी

      Delete
  10. भावुक रचना बेहतरीन भाव

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत -बहुत शुक्रिया मधु जी

      Delete
  11. काश मन जो चाहता हो पाता ....मर्मस्पर्शी !

    ReplyDelete
    Replies
    1. सच कहा आपने ........आभार

      Delete
  12. बेहतरीन रचना।
    नव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएँ!


    सादर

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत - बहुत शुक्रिया आपका ........आपको भी नव वर्ष की मंगलकामनाये

      Delete